Book Keeping v/s Tally Prime | बुक कीपिंग और टेली प्राइम में क्या अंतर है
हस्त लिखित खातों और टेली प्राइम में क्या अन्तर है
दोस्तों, आज हम बात करेगें हस्त लेखांकन और टेली प्राइम के बारे में :-
- हस्त लिखित खातों मेे हमें खरीद, बिक्री, देनदार, लेनदार आदि के लिए अलग-अलग बहियां रखनी पड़ती थी।
- अलग-अलग बहियां रखने के कारण उन्हें लिखने में हमारा काफी समय बर्बाद हो जाता था।
- यहां तक सालाना खाते जैसे:- Trading & Profit and Loss Account, Trail Balance, Balance Sheet आदि भी हमे अपने हाथों से तैयार करने पड़ते थे।
- इसके उलट टेली प्राइम में हमे अलग-अगल बहियां रखने की जरूरत नहीं होती सारा काम एक Software में ही हो जाता है।
- टेली प्राइम में हमे एक बार कम्पनी बनानी होती है।
- कम्पनी बनाने के बाद लेजर और स्टाॅक आइटम बनाने होते हैं।
- फिर आखिर में वाउचर एण्ट्री करनी होती है।
- कम्पनी, लेजर, स्टाॅक आइटम और वाउचर एण्ट्री के अलावा सारे काम टेली खुद ही कर लेता है।
- बाकी का काम टेली प्राइम खुद ही कर लेता है।
- जैसे:- Trading & Profit and Loss Account, Trail Balance, Balance Sheet आदि।
- इनके साथ ही कई सारे स्टेटमेण्ट भी टेली प्राइम खुद ही तैयार कर देता है।
- हमारे हिसाब-किताब में गणितीय गलती हो सकती है ।
- टेली प्राइम मे तब तक कोई गलती नही होती जब तक की हमने कोई गलत प्रविष्टि न की हो।
- हम उम्मीद करते हैं कि आप हस्त लेखांकन और टेली प्राइम का फर्क को करना सीख गये होगें।
- अगर आपको इस के बारे में आपको कोई परेशानी हो तो आप कमेंट बाॅक्स में लिखकर पूछ सकते हैं।
- हम पूरी कोशिश करेंगे आपके कमेंट का जवाब देने की।