Mixed Entries | मिश्रित प्रविष्टियां
मिश्रित प्रविष्टियां
यदि किसी व्यवहार में दो से अधिक खाते नाम तथा जमा होते है तो ऐसी प्रविष्टिया मिश्रित प्रविष्टिया कहलाती है। मिश्रित प्रविष्टिया निम्नलिखित परिस्थितियों में की जाती है।
- जब एक ही दिन में एक से अधिक व्यवहार व्यापार में ऐसे हुए हो जिनमें एक खाता तो समान रूप से (नाम या जमा) प्रभावित होता है तथा दूसरा खाता अलग-अलग प्रभावित होता है तो समय की बचत करने के लिए मिश्रित प्रविष्टियां कर दी जाती है।
(अ) माल खरीदा
जावेद से 500 रू का रहिम से 1500 रू का और सद्दाम से 2000 रू का माल खरीदा।
(ब) माल बेचा
जुल्फां को 1500 रू का, असगर को 2500 रू का तथा नावेद को 3000 रू का माल बंेचा।र्
- ऐसे व्यवहार जिनमें 2 से अधिक भिन्न प्रकृति के खाते प्रभावित हो तो भी मिश्रित प्रविष्टि की जाती है। जैसे-
(अ) सद्दाम को पूर्ण भुगतान में 450 रू चुकाये या सद्दाम को 450 रू चुकाये तथा 50 रू बटटा प्राप्त किया।
(ब) विकास दिवालिया हो गया उससे 1 रू में 60 पैसे ही प्राप्त हुए या विकास दिवालिया हो जाने के कारण उससे 900 रू ही प्राप्त हुए। शेष 600 रू डूब गये।
(स) राजु से पूर्ण भुगतान में 2250 रू प्राप्त हुए। या राजु से 2250 रू प्राप्त हुए व उसे 250 रू का बट्टा दिया।
टेली प्रेम के फ्री कोर्स के लिए आप हमारे यूट्यूब चैनल Learn and Earn with Jameel Attari को भी ज्वाइन कर सकते हैं|