दोस्तों, आज हम बात करने वाले हैं misc expenses assets in tally के बारे में।
Misc Expenses
- misc expenses के बारे में आपने सुना ही होगा।
- Misc Expenses की फुल फाॅर्म है Miscellaneous Expenses
- Miscellaneous Expenses का हिन्दी में मतलब होता है विविध खर्च।
Misc Expenses Assets in Tally
- Misc Expenses Assets में ऐसे खर्चों को शामिल किया जाता है जो खर्चे व्यापार में हो तो चुके होते हैं लेकिन उनका भगुतान किसी न किसी वजह से नहीं हो पाता है।
- व्यापार में कई खर्चे ऐसे होते है जो वास्तव में हो तो चुके है लेकिन हमने उसका भुगतान नहीं किया है।
- भुगतान होगा या नहीं यह भी पता नहीं होता।
- ये ऐसे खर्चे होते हैं जिसका हमें भुगतान करना भी पड़ सकता है और नहीं भी इस पर भी संदेह होता है।
- ऐसे खर्चों को हम कुछ उदाहरण से समझने की कोशिश करते हैं।
उदाहरण-1
- हमारे व्यापार में इसरार नाम का व्यक्ति 60000 रूपये महीना पर काम करता था। दस दिन काम करने के बाद वो काम पर नहीं आया।
- ये दस दिन जो उसने काम किया उसका भुगतान हम नहीं कर पाये।
- दस दिन के ये 20000 रूपये इस ग्रुप में डाले जाते हैं।
उदाहरण-2
- मान लेते है हम हमारे ग्राहको और कर्मचारियों के लिए चाय-नाश्ता किसी दुकान से मंगवाते हैं।
- अचानक किसी वजह से वह दुकान बंद हो जाती है और उसका कुछ बकाया भुगतान हमारे पास रह जाता है।
- इस बकाया रहे भुगतान को भी misc expenses assets in tally में डाल दिया जाता है क्यूंकि हो सकता है वो दुकानदार पैसे लेने आये और न भी आये।
उम्मीद करते हैं आप उदाहरण के जरिये misc expenses assets in tally को अच्छी तरह से समझ गये होंगे। अगर इसमें आपको कुछ समझ में नहीं आया तो इंस्टाग्राम पर पूछ सकते हैं।
Subscribe YouTube Channel for Free Tally Course | Subscribe Now |
Buy Tally Prime Software | Buy Now |
Follow WhatsApp Channel for Update | Follow Now |
Join Facebook Group for Updates | Join Now |
Tally Pdf Notes | Get Now |
Ask Your Questions | Ask Now |
Free Tally Course | Read Now |
Home Page | Go Now |