Journal Entries Sikhe Accounts Only | जर्नल एंट्रीज अकाउंट ओन्ली
Get Amazon & Flipkart Offers (Join Telegram Channel) | Join |
Join WhatsApp Channel | Join |
Get PDF Notes & Updates (Join Telegram Channel) | Join |
Ask Your Questions (Follow on Instagram) | Follow |
दोस्तों, इस ब्लाॅग में हम सीखेगें जर्नल एण्ट्रीज Journal Entries बारे मे।
सबसे पहले हम जानते हैं कि जर्नल एण्ट्रीज Journal Entries करने के लिए हमें किन-किन बातों का ध्यान रखना है:-
- किसी भी लेन-देन की एण्ट्री करते वक्त हमें उस लेन-देन से दो या दो से अधिक खाते निकालने होते है।
- खाते निकालने के बाद उनके प्रकार का चयन करते है। यानि ये खाता व्यक्तिगत खाता है या वस्तुगत खाता है या अवस्तुगत खाता।
- खातों के प्रकार का चयन करने के बाद उन खातों पर जर्नल एण्ट्री के नियम लगाते हैं। जो नियम हमने पिछले ब्लाॅग में सीखे थे।
- आखिर में खातों के प्रकार के आधार पर यह चयन करेंगे की खाता का डेबिट या क्रेडिट
जर्नल एण्ट्रीज को हम मुख्य रूप से दो भागों मे बांट सकते हैं।
- Account Only
- Accounts with Inventory
Accounts Only
- आज हम जर्नल एण्ट्रीज के पहले भाग Accounts Only के बारे में जानेंगे।
- Accounts Only में सेवाओं या रूपयों का लेनदेन होता है।
- माल का लेन-देन होता भी है तो इसमें स्टाॅक की डिटेल नहीं दी होती।
चलिए हम कुछ एण्ट्रीज को समझ लेते है:-
Jameel Attari Tutorial
Accounts Only
Practice:-1
इसरार ने 50000 रूपये नकद से व्यापार प्रारंभ किया।
- जब हम किसी बिजनेस की शुरूआत करते हैं तो हम बिजनेस को शुरू करने के लिए पूंजी लगाते हैं।
- इस एण्ट्री से दो खाते निकल रहे हैं:- Cash and Capital
- Cash :- Real Account – Cash आ रहा है इसलिए Debit (Dr.)
- Capital :- Personal Account – Credit (Cr.)
- इस लेन-देन की जर्नल एण्ट्री होगी:-
Cash A/c Dr. 50000
To Capital A/c 50000
3000 रूपये का माल खरीदा।
- इस लेन-देन में माल खरीदा दिया गया है।
- यह नहीं दिया गया कि माल उधार खरीदा या नकद।
- जब माल किससे खरीदा गया है या नकद खरीदा नहीं दिया हो तो उस लेन-देन का नकद ही माना जाएगा।
- जैसा कि हमने पिछले ब्लाॅग Purchase में देखा था।
- इस एण्ट्री से दो खाते निकल रहे हैं:- Purchase and Cash
- Purchase :- Real Account- माल आ रहा है इसलिए Debit (Dr)
- Cash :- Real Account – Cash जा रहा है इसलिए Credit (Cr)
- इस लेन-देन की जर्नल एण्ट्री होगी:-
Purchase A/c Dr. 3000
To Cash A/c 3000
सुरेश को 10000रूपये का माल बेचा:-
- लेन-देन में माल खरीदने वाले का नाम दिया है और नकद शब्द नहीं दिया गया है इसलिए इस उधार बिक्री ही माना जाएगा।
- इस एण्ट्री से दो खाते निकल रहे हैं Suresh and Sales
- Suresh :- Personal Account :- सुरेश का माल मिल रहा है इसलिए Debit (Dr)
- Sales :- Real Account :- माल जा रहा है इसलिए Credit (Cr)
- इस लेन-देन की जर्नल एण्ट्री होगी:-
Suresh’s Account Dr 10000
To Sales A/c 10000
5000 रूपये की नकद बिक्री।
- इस एण्ट्री से दो खाते निकल रहे हैं:- Cash and Sales
- Cash :- Real – नकद हमारे पास आ रहा है इसलिए Debit
- Sales :- Real – माल जा रहा है इसलिए Credit
- इस लेन-देन की जर्नल एण्ट्री होगी:-
Cash A/c Dr. 5000
To Sales A/c 5000
5000 रूपये सुरेश से प्राप्त हुए।
- इस एण्ट्री से दो खाते निकल रहे हैं:- Cash and Suresh
- Suresh:- Personal – देने वाला है इसलिए Credit (Cr)
- Cash:- Real – आ रहा है इसलिए Debit (Dr)
- इस लेन-देन की जर्नल एण्ट्री होगी:-
Cash A/c Dr. 5000
To Suresh’s A/c 5000
1000 रूपये दूकान का किराया चुकाया।
- खर्चों में नकद या उधार न दिया होने पर नकद लेन-देन ही माना हाता है।
- इस एण्ट्री से दो खाते निकल रहे हैं:- Cash and Rent
- Cash:- Real – Cash जा रहा है इसलिए Credit (Cr)
- Rent:- Nominal- Rent खर्चा है इसलिए Debit (Dr)
- इस लेन-देन की जर्नल एण्ट्री होगी:-
Rent A/c Dr. 1000
To Cash A/c 1000
सफदर से 20000 रूपये का माल खरीदा।
- इस एण्ट्री से दो खाते निकल रहे हैं:- Purchase and Safdar
- Purchase :- Real – माल आ रहा है इसलिए Purchase, Debit (Dr.)
- Safdar :- Personal – Safdar देने वाला है इसलिए Credit (Cr.)
- इस लेन-देन की जर्नल एण्ट्री होगी:-
Purchase A/c Dr. 20000
Safdar A/c 20000
20000 रूपये का फर्नीचर नकद खरीदा।
- फर्नीचर हमनें यूज करने के लिए खरीदा है न कि बेचने के लिए।
- इस एण्ट्री से दो खाते निकल रहे हैं:- Furniture and Cash
- Fruniture:- Real – Furniture आ रहा है इसलिए Debit (Dr.)
- Cash:- Real – Cash जा रहा है इसलिए Credit (Cr.)
- इस लेन-देन की जर्नल एण्ट्री होगी:-
Furniture A/c Dr. 20000
To Cash A/c 20000
सफदर को 17000 रूपये चुकाये।
- यहां हमने सफदर से माल खरीदा था उसी का भुगतान हमने किया है
- इस एण्ट्री से दो खाते निकल रहे हैं:- Safdar and Purchase
- Cash :- Real – Cash जा रहा है इसलिए Credit (Cr.)
- Safdar :- Personal – Safdar लेने वाला है इसलिए Debit (Dr.)
- इस लेन-देन की जर्नल एण्ट्री होगी:-
Safdar’s A/c Dr. 17000
To Cash A/c 17000
3500 रूपये निजी प्रयोग हेतु राशि निकाली।
- यहां हमने व्यवसाय में से पर्सनल यूज के लिए राशि निकाली है।
- अगर पर्सनल यूज के लिए माल या राशि निकाली जाती है तो उसे आहरण कहते हैं
- इसलिए इस एण्ट्री से दो खाते निकल रहे हैं:- Cash and Drawings
- Cash :- Real – Cash जा रहा है इसलिए Credit (Cr.)
- Drawings :- Nominal – Drawings खर्चा है इसलिए Debit (Dr.)
- इस लेन-देन की जर्नल एण्ट्री होगी:-
Drawings A/c Dr. 3500
To Cash A/c 3500
800 रूपये मजदूरी चुकाई।
- खर्चों में नकद या उधार न दिया होने पर नकद लेन-देन ही माना हाता है।
- इस एण्ट्री से दो खाते निकल रहे हैं:- Cash and Wages
- Cash :- Real – Cash जा रहा है इसलिए Credit (Cr.)
- Wages :-Nominal – Wages खर्चा है इसलिए Debit (Dr.)
- इस लेन-देन की जर्नल एण्ट्री होगी:-
Wages A/c Dr. 800
To Cash A/c 800
5000 रूपये वेतन चुकाया।
- खर्चों में नकद या उधार न दिया होने पर नकद लेन-देन ही माना हाता है।
- इस एण्ट्री से दो खाते निकल रहे हैं:- Cash and Salary
- Cash :- Real – Cash जा रहा है इसलिए Credit (Cr.)
- Salary :-Nominal – Salary खर्चा है इसलिए Debit (Dr.)
- इस लेन-देन की जर्नल एण्ट्री होगी:-
Salary A/c Dr. 5000
To Cash A/c 5000
1200 ब्याज प्राप्त किया।
- खर्चों में नकद या उधार न दिया होने पर नकद लेन-देन ही माना हाता है।
- ब्याज का लेन-देन अक्सर बैंक अकाउण्ट में ही होता है। इस लेन-देन में बैंक का हवाला नहीं दिया गया है इसलिए इसे नकद लेन-देन ही माना जाएगा।
- इस एण्ट्री से दो खाते निकल रहे हैं:- Cash and Interest
- Cash :- Real – Cash आ रहा है इसलिए Debit (Dr.)
- Interest :-Nominal – Interestआय है इसलिए Credit (Cr.)
- इस लेन-देन की जर्नल एण्ट्री होगी:-
Cash A/c Dr. 1200
To Interest A/c 1200
होम पेज Home Page | क्लिक करें |
टेली सॉफ्टवेयर खरीदें Buy Tally Prime Software | क्लिक करें |
टेली प्राइम कोर्स Tally Prime Course | क्लिक करें |
यू-ट्यूब चैनल Subscribe YouTube Channel | क्लिक करें |
Visit More
- Journal Entries:- Click Here